नई दिल्ली. नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने मंगलवार को नौसेना दिवस पर हुई प्रेसवार्ता में कहा कि हमें फिलहाल तीन एयरक्राफ्ट कैरियर की जरूरत है। इसके बाद नौसेना के दो युद्धपोत हमेशा गश्त पर रहेंगे। उन्होंने बताया कि अभी भारत के पास सिर्फ एक एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य है, जिसका निर्माण रूस ने किया है। आमतौर पर हिंद महासागर में चीन के 7-8 जहाज मौजूद रहते हैं। वहां चीन की गतिविधियां बढ़ रही हैं। इस पर हमारी नजर बनी हुई है।
2022 तक मिलेगा स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर: सिंह
नौसेना प्रमुख ने कहा- 2022 तक भारतीय नौसेना के बेड़े में स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर शामिल हो जाएगा। यह मिग-29 विमानों से लैस होगा। नौसेना के लिए 50 युद्धपोतों- पनडुब्बियों का निर्माण जारी है, जिनमें 48 स्वदेशी हैं। उनका निर्माण भारतीय बंदरगाह पर किया जा रहा है। नौसेना की योजना है कि लंबी अवधि के लिए तीन एयरक्राफ्ट कैरियर बेड़े में शामिल किए जाए।
नौसेना के लिए रक्षा बजट बढ़ाने की मांग की गई: सिंह
एडमिरल सिंह ने कहा- नौसेना के लिए रक्षा बजट बढ़ाने की मांग की गई है। यह तथ्य है कि 2012-13 में नौसेना के लिए 18% राशि आवंटित की जाती थी। लेकिन, 2018-19 में यह राशि घटाकर 13% कर दी गई है। नौसेना जल्द ही नई परियोजनाओं की मंजूरी के लिए भारत सरकार से संपर्क करेगा। नौसेना ने आधुनिकिकरण के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर अतिरिक्त राशि मांगी है।